Difference between C++ and Java ( C++ vs Java)

जय हिन्द दोस्त , GyaniBasti में आपका स्वागत है | इस पोस्ट में C++ vs Java which is better तथा Why java is better then c++ से सम्बंधित सटीक जानकारी हम आपको देंगे | यहाँ पर दोनों Difference between c++ and java को प्रदर्शित करके समझाया गया है | हमे विश्वास है की आप C++ vs Java की इस पोस्ट को पढ़कर अपने सवालो का जबाब पा सकेंगे |

C++ vs Java

जब भी जावा को किसी अन्य प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के साथ कम्पेयर किया गया है तो वह है ज्यादातर C++ के साथ | क्योंकि जावा , C++ के syntax को Inherit करता है | जो व्यक्ति C और C++ के बारे में जानता है वह आसानी से Java Programming को सीख सकता है | Java और C++ के बीच बहुत सी समानताये ( Similarities ) और बहुत सी असमानताए ( Dissimilarities )  है | जिनमे से यहाँ C++ vs Java की कुछ असमानताए / विभिन्नताएं ( Dissimilarities / Differences ) निम्नलिखित ( Following ) है –

♦ Platform Independent
♦ Goto
♦ Operator Overloading
♦ Multiple Inheritance
♦ Compiler and Interpreter
♦ Distributed System
♦ Multi-Threading
♦ Header File and Package
♦ Destructor – Garbage Collector
♦ Exception Handling at Run Time

इन Points का Description following है –

◊ Platform Independent :

Java , Platform Independent होती है जबकि C++ Platform Independent नहीं होती है |
यहाँ पर Platform Independent से मतलब है की Java Program के compile की हुयी फाइल को किसी भी प्लेटफ़ॉर्म पर चलाया/रन कराया जा सकता है | जबकि C++ के compile की हुयी फाइल को सिर्फ उसी प्लेटफ़ॉर्म पर चलाया/रन कराया जा सकता है | इसका Platform Independent होने का reason नीचे बाले पोइंट में दिया गया है |

Compiler and Interpreter :

Java , Compiler और Interpreter दोनों को Support करता है जबकि C++ केवल Compiler को Support करती है |
C++ में सिर्फ Compiler का काम होता है , जो प्रोग्रामर द्वारा लिखे गए कोड ( Source Code ) को सीधा Machine Code में Convert करता है | इसलिए C++ उसी प्लेटफ़ॉर्म तक सीमित ( Limited ) रहती है अर्थात Platform dependent होती है |
जबकि Java में प्रोग्रामर द्वारा लिखे गए कोड ( Source Code ) को Compile करके पहले Byte Code में Convert किया जाता है , फिर उस Byte Code को Interpret करके Machine Code में Convert किया जाता है | तो Java में यहाँ पर Byte Code की File ( .class ) को अलग – अलग Platform पर ले जाकर , उसी Platform पर Machine Code में Convert किया जा सकता है | इसलिए जावा Platform Independent होती है |

◊ Goto :

यह एक Jump Statement होता है, जो forward और backward का काम करता है | इसका उपयोग Java में नहीं होता है बल्कि C++ में होता है |

◊ Operator Overloading :

यह C++ में use होने वाली एक ऐसी process है , जिसमे पहले से उपलब्ध Operator Symbol का प्रयोग अलग – अलग work perform करने के लिए किया जाता है | लेकिन इस process का उपयोग Java में नहीं किया जाता |

◊ Multiple Inheritance :

यह inheritance के पांच प्रकारों में से एक है | इसमें एक से अधिक Classes को एक ही Class में Inherit कराया जाता है , जो की सिर्फ C++ में use होता है | Inherit एक ऐसी प्रोसेस है जिसमे एक Class की Properties को दूसरी Class में Access कराया जाता है | Inheritance के इस type ( Multiple Inheritance ) का use Java में नहीं किया जाता है |

◊ Distributed System :

यह कंप्यूटर नेटवर्क के अंतर्गत आने वाला एक टॉपिक है | जिसमे Server की Application Copies को Client के साथ Distribute किया जाता है | जैसे – Facebook Application ( हालाँकि इसका विडियो वाला फीचर C++ में बनाया गया है | लेकिन वह पार्ट जो distributed application बना सकता है , Java में develop किया गया है )
तो इस प्रकार के distributed application बनाने के लिए C++ का नहीं बल्कि Java का उपयोग किया जाता है |

◊ Multi-Threading :

Threading एक प्रकार की Process होती है | एक साथ एक से अधिक process को perform करना Multi-Threading कहलाता है | जो सिर्फ Java में की जा सकती है C++ में नहीं |
Multi-Threading का एक उदाहरण – GTA Game भी है जिसमे एक साथ कई प्रोसेस run होती है |

◊ Header File and Package :

C++ में header file ( #include <file_name.h> ) लगाकर code writing start की जाती है | Java में Package ( Package package_name ; ) को लगाकर code writing start की जाती है |
यहाँ पर एक program में code writing start करते ही , एक से अधिक header files का use किया जा सकता है | लेकिन एक program में code writing start करते ही , Package को सिर्फ एक बार use किया जा सकता है |

◊ Destructor – Garbage Collector :

C++ में Destructor एक स्पेशल टाइप का Member Function होता है , जो Out of stock हुए object को , automatically call होकर destroy करता है | लेकिन इसका उपयोग Java में नहीं किया जाता , Java इसके बदले garbage collector का use करती है |

◊ Exception Handling at Run Time :

Exception एक प्रकार की रूकावट होती है जो Program Flow के दौरान हो जाती है | जिससे program का execution बंद हो जाता है | Java में Exception की problem को Program Run Time पर Handle कर लिया जाता है | जबकि C++ में यह Exception की problem , Handle नहीं होती है |

♠ Conclusion ♠

ये थे Java vs C++ के कुछ Main Differences . हालाँकि ये Limited नहीं है | इस प्रकार के कई Differences इन दोनों Programming Languages के बीच होते है | जिनमे से कुछ Main differences between c++ and java के बारे में हमने जाना |
अगर आपको इस पोस्ट से कुछ सीखने को मिला हो तो इसे अपनों के साथ शेयर जरूर करें | और साथ ही अगर आप ऐसी ही Knowledgeable Post और भी पड़ना चाहते हैं तो हमें SUBSCRIBE करें | साथ ही अगर आप किसी टॉपिक की सटीक जानकारी चाहते है तो , हमें Comment में अपना टॉपिक लिखें।
धन्यबाद …

About Author

Leave a Comment